बुधवार, अप्रैल 22, 2009

बेअदब

ख्वाबों की सवारी है तो असलियत के नंगे पैर भी
आगे बेखौफ चौराहे है तो पीछे गरम सड़कें भी..
ज़िन्दगी हूँ मै... बेअदब रास्तों पर घिसलती...

1 टिप्पणी:

Saumya ने कहा…

Hey Aviral,

Awesome!!!